हिंदी लीला में आप, हिंदी कहानियां, कविताएं, शायरियां, चुटकुले और अन्य सामाजिक/असमाजिक लेख पढ़ते हैं। सभी लेख, कहानियां, कविताएं व शायरियां, हमारे द्वारा लिखी जाती है। इसलिए हम हिंदी लीला में प्रकाशित सामग्रियों के अधिकार हमारे पास रखते हैं और हम आश्वस्त करते हैं कि सभी सामग्रियां पूर्ण रूप से नयी है लेकिन ये बात भी बता देना चाहते हैं कि किसी भी सामग्री को लिखने के बाद, ये जांच नहीं की जाती है कि वो सामग्री या उससे मिलती-जुलती सामग्री अन्य वेबसाइट पर है या नहीं।

यानी कि हमारे द्वारा लिखी गई कोई कहानी, शायरी, कविता या लेख, किसी अन्य वेबसाइट पर उपस्थित सामग्री से मिलता है या मिलता-जुलता है तो यह मात्र संयोग होगा, क्योंकि हम कभी भी किसी अन्य वेबसाइट की नकल नहीं करते।

हम अपनी कहानियां, कविताएं, शायरियां, जोक्स और लेखों को लिखने में बहुत ही सावधानी बरतते हैं। हमारा किसी की भावनाओं को या मान्यताओं को चोट पहुंचाने का कोई इरादा नहीं होता और ना ही किसी का अपमान करने का होता है। यदि आप किसी भी लेख या अन्य सामग्री से आहत हुए हैं तो कृप्या हमसे संपर्क करके हमें बताएं। हम स्पष्टीकरण जरूर देंगे।

कहानियां:

हिंदी लीला में जो कहानियां प्रकाशित की जाती है वो पूर्ण रूप से काल्पनिक होती है। इसलिए यदि किसी कहानी के पात्र, चरित्र, व्यक्तित्व या स्थान, वास्तविक जीवन से मेल खाते हैं तो ये मात्र संयोग होगा। यहां कोई भी कहानी, किसी चरित्र, व्यक्तित्व या स्थान, को निशाना बनाकर नहीं लिखा जाता।

कभी-कभार यहां किसी वास्तविक घटना या चरित्र से प्रभावित होकर कहानियां लिखी जा सकती हैं लेकिन वो भी पूर्ण रूप से काल्पनिक ही होगा। हां… घटना, व्यक्ति, स्थान असली हो सकते हैं लेकिन उससे संबंधित कहानी सिर्फ एक कोरी कल्पना होगी। यदि हम किसी चरित्र, व्यक्तित्व या स्थान, से प्रभावित होकर कहानी लिखेंगे तो उसी कहानी के अंत में ये स्पष्ट कर दिया जाएगा कि “ये कहानी कोरी कल्पना है।”

कविताएं:

यहां पर जितनी कविताएं लिखी जाती है। वे सभी कविता से जुड़ी भावनाओं को ध्यान में रखकर लिखी जाती है ताकि पाठक दिल से उस कविता से जुड़ सके। हर कविता विशेष पाठक वर्ग को ध्यान में रखकर लिखी जाती है। जैसे, यदि हम “प्रेम कविता” लिखते हैं तो इस पाठक वर्ग में सभी प्रेमी/प्रेमिकाएं आते हैं। यदि हम “संघर्ष पर कविता” लिखते हैं तो इस पाठक वर्ग में सभी संघर्षरत लोग आते हैं।

सभी कविताएं स्वयं लिखी जाती है। लेकिन जैसा कि हमने ऊपर कहा… कि किसी भी सामग्री की असली और नयी होने की जांच नहीं की जाती है। तो इस कारण हो सकता है कि आप जो कविता पढ़ रहे हों, उसे आपने पहले भी कभी पढ़ा हो। ऐसी स्थिति में आप तुरंत हिंदी लीला में संपर्क करें और बताएं कि यह सामग्री पहले से ही एक अन्य वेबसाइट पर मौजूद है। आपकी सूचना पर हम करवाई जरूर करेंगे।

शायरी:

हिंदी लीला की सबसे मुख्य सामग्री शायरी है। यहां पर लिखी जाने वाली हर शायरी वास्तविक होती है, कहीं से कॉपी की ही नहीं। अगर आप हमारी शायरी को किसी अन्य ब्लॉग में देख रहे हैं तो 99% संभावना है कि उन्होंने हमारे ब्लॉग से शायरी कॉपी करके अपने ब्लॉग में लिखा होगा। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यहां पर शायरियां स्वयं लिखी जाती हैं लेकिन हम यह भी कहना चाहेंगे कि अगर आपको हमारी शायरियां किसी अन्य ब्लॉग पर मिलती है तो यह मात्र एक संयोग होगा।

क्योंकि हम खुद शायरियां लिख रहे हैं इसलिए हम दूसरों को अपने ब्लॉग की शायरी, उनके ब्लॉग में इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देते। हां यदि आप इसे अपने व्यक्तिगत इस्तेमाल जैसे, स्टेटस, फेसबुक और इंस्टाग्राम पोस्ट के लिए इस्तेमाल करते हैं तो हमें इससे कोई आपत्ति नहीं लेकिन हमारी शायरियों का इस्तेमाल करके व्यापार करने के लिए आपको पहले हमसे संपर्क करके इजाजत लेनी होगी और भुगतान भी करना पड़ सकता है।

हिंदी लीला कि यह शर्त सिर्फ ब्लॉगर और यूट्यूबर पर लागू होती है। इस शर्त का अन्य व्यक्तियों से कोई संबंध नहीं।

लेख:

हिंदी लीला पर जिस भी विषय में लेख लिखे जाते हैं। उस विषय से संबंधित विचार, लेखक के स्वयं के विचार होते हैं। यदि आप लेखक के विचार से सहमत ना हो तो यह पूरी तरह से आपकी निजी राय है। हम अपने विचार किसी पर भी नहीं थोपते हैं। आप हमारे विचारों का अनुसरण करने के लिए पूरी तरह से आजाद है। अगर आप हमारे विचारों का अनुसरण करते हैं तो यह पूरी तरह से आपकी मर्जी होगी।

हम अपने लेख पूरी जिम्मेदारी से लिखते हैं लेकिन सामाजिक कुप्रथा एक संवेदशील विषय है। इसलिए हम इस विषय पर पूरी सावधानी बरतकर लेख लिखते हैं लेकिन फिर भी हमारे विचार किसी को आहत करते हैं तो इसके लिए हम पहले से ही क्षमा प्रार्थी हैं और यदि आप किसी विचार से सहमत है तो यह पूरी तरह से आपकी अपनी निजी सोच है।

हिंदी लीला आपको अपने विचार रखने का पूरा मौका देता है। किसी भी लेख से जुड़े अपने विचार आप पोस्ट के कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं, बस भाषा की मर्यादा का ख्याल रखें।

चुटकुले:

हिंदी लीला में जो भी चुटकुले लिखे जाते हैं वह सिर्फ और सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से लिखे जाते हैं। उन चुटकुलों के जरिए किसी व्यक्ति, घटना, पशु या पक्षी को हास्य का पात्र बनाने जैसी हमारी कोई मंशा नहीं होती।

यदि हमारे ब्लॉग में लिखें किसी चुटकुले से आप आहत होते हैं तो इसका मतलब यह है कि आपने मजाक को मजाक में नहीं लिया। हम अपने चुटकुलों के जरिए किसी का भी मजाक नहीं बनाते हैं और ना ही उनका अपमान करते हैं। हमारे चुटकुले सिर्फ और सिर्फ हंसने का साधन है और कुछ नहीं।

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